जेबी स्कूल को फिनलैंड में मिला प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय एक्सीलेंस इन एजुकेशन लीडरशिप अवार्ड
तिल्दा नेवरा । हाल ही में कैंब्रिज एजुकेशन लैब एवं नीसा (नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायन्स) के अंतर्गत श्रीकांत अग्रवाल, निदेशक – जेबी स्कूल को फिऩलैंड एजुकेशन समिट के सात दिवसीय प्रोग्राम में भाग लेना का अवसर प्राप्त हुआ। फिनलैंड में शिक्षा अन्वेषण शिखर सम्मेलन के दौरान उन्हें प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय एक्सीलेंस इन एजुकेशन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया। जो शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान हेतु प्रदान किया गया है। श्रीकांत अग्रवाल ने पुरस्कार समारोह के आयोजकों और सभी समर्पित शिक्षकों और विशेषज्ञों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि फिऩलैंड में मैंने जो सबसे महत्वपूर्ण बातें सिखी वह है- सेल्फ डिसिप्लिन, जिज्ञासा, इनोवेशन, टीम वर्क, स्किल लर्निंग और लर्निंग एनवायरनमेंट की संस्कृति को बढ़ावा देने का महत्व। फिऩलैंड में 5 स्कूल, 2 स्किल ट्रेनिंग सेंटर, कॉलेज एवं विशाल सेंट्रल लाइब्रेरी में विजिट के दौरान हमने पाया की फिनिश छात्रों को प्रश्न पूछने, अन्वेषण करने और विषयों की गहरी समझ विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, और बच्चों को वैज्ञानिक तरीके से पढऩे पर जोर दिया जाता है ताकि बच्चों में क्रिटिकल थिंकिंग पैदा की जा सके।
हम भी अपने शैक्षणिक प्रयासों में इन सिद्धांतों को अपने जे.बी. विद्यालय में लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा मानना है कि आजीवन सीखने वाले तैयार करने के लिए आश्चर्य की भावना, सिखने की ललक और आपसी सामंजस्य को बढ़ावा देना आवश्यक है फिनलैंड की शिक्षा प्रणाली में परस्पर सहयोग और टीम वर्क महत्वपूर्ण हैं। फिऩलैंड की सभी सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल व कॉलेज को सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जाता है एवं डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर के द्वारा) पालकों को स्कूल फ़ीस के पैसे भी दिए जाते हैं। सरकारी स्कूल प्रति छात्र लगभग 700 से 900 यूरो (रु. 6,30,000 से रु. 8,50,000) शिक्षा पर खर्च करते हैं एवं प्राइवेट स्कूलों को शिक्षा प्रदान करने हेतु प्रति छात्र लगभग 600 यूरो (रु. 5,60,000) डीबीटी द्वारा प्रदान किया जाता है द्य जिससे फिऩलैंड में शिक्षा प्राप्त करना और भी सरल हो जाता है।
फि़निश शिक्षकों को निरंतर व्यावसायिक विकास में संलग्न रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। आजीवन सीखने के प्रति यह प्रतिबद्धता यह सुनिश्चित करती है कि शिक्षक नवीनतम शैक्षिक रुझानों और पद्धतियों से अपडेट रहें। यह कक्षा में नवाचार की संस्कृति को भी बढ़ावा देता है। समूह परियोजनाएँ और चर्चाएँ से छात्रों के बीच सामाजिक कौशल और सहानुभूति को प्रोत्साहित किया जाता है। छात्रों में उच्च स्तर का विश्वास पैदा किया जाता है, जिन्हें अपने स्वयं के सीखने के लिए अधिक स्वायत्तता और जिम्मेदारी दी जाती है।
उन्होंने बताया कि कठिन मानकीकृत परीक्षण और भारी होमवर्क, रटने वाली शिक्षा पर जोर देने के विपरीत, फिनिश शिक्षा प्रणाली अधिक शांत दृष्टिकोण अपनाती है। कम मानकीकृत परीक्षण, कम होमवर्क, समस्या-समाधान और रचनात्मकता विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। जिसका विभिन्न शैक्षणिक एक्टिविटी और स्टीम लर्निंग एक महत्वपूर्ण अंग है।
फिऩलैंड में छात्र स्कूल के छोटे दिनों और पाठ्येतर गतिविधियों, शौक और, सबसे महत्वपूर्ण, खेल के लिए भरपूर समय का आनंद लेते हैं एवं स्किल लर्निंग पर पुरजोर ध्यान दिया जाता है द्य जिसके लिए छात्रों को स्कूल से ही क्रेडिट स्कोर दिया जाता है जो की उन्हें यूनिवर्सिटी प्रवेश में सहायक होता है। यह दृष्टिकोण सीखने के प्रति लगन को बढ़ावा देता है और वे पढ़ाई को बोझ नहीं समझते और अधिक समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं।
उच्च योग्य शिक्षकों, छात्र-केंद्रित शिक्षा, कार्य और खेल के प्रति संतुलित दृष्टिकोण को प्राथमिकता देकर, फिऩलैंड ने छात्र प्रदर्शन के अंतर्राष्ट्रीय मूल्यांकन में उल्लेखनीय परिणाम प्राप्त किए हैं। छात्रों की भलाई, मानसिक स्वास्थ्य और एक संतुलित पाठ्यक्रम पर ध्यान देते हुए लचीले, दयालु और आत्मविश्वासी व्यक्तियों का निर्माण करना आज के समाज की आवश्यकता है।
श्रीकांत अग्रवाल ने इस अवसर को अपने शैक्षणिक यात्रा में अत्यंत महत्वपूर्ण बताया जिसने निरंतर सीखने, वैश्विक सहयोग और उत्कृष्टता की खोज करने के लिए प्रेरित किया है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रिंसिपल ममता ऐरी एवं प्रमोद परिदा, स्टाफ और सभी छात्रों ने हर्ष और गर्व व्यक्त करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
विगत 2 वर्षों में जे. बी. इंटरनेशनल स्कूल को यह दूसरा अति महत्वपूर्ण अवार्ड मिला है। इसके पूर्व पिछले वर्ष हैदराबाद में आयोजित दसवीं टीचिंग लर्निंग एंड लीडरशिप में जे. बी. स्कूल को भारत के प्रथम 500 स्कूल में एक्सीलेंस इन इनोवेटिव स्कूल का अवार्ड मिल चुका है।