दर्रापारा जंगल में भालू के हमले में राय सिंह कमार गंभीर रूप से घायल,रायपुर रेफर

गरियाबंद । छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले मुख्यालय से सटे डोंगरीगांव पंचायत के दर्रापारा के निकटवर्ती जंगल में एक मादा भालू ने राय सिंह कमार नामक व्यक्ति पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस हमले में राय सिंह के सिर, हाथ और पैरों में गंभीर चोटें आईं, जिसके चलते उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर करना पड़ा। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है, और वन विभाग ने ग्रामीणों से जंगल में सतर्कता बरतने की अपील की है।घटना का विवरणजानकारी के अनुसार, राय सिंह कमार तेंदूपत्ता सीजन के दौरान दर्रापारा के जंगल में तेंदूपत्ता बांधने की रस्सी तोडऩे गए थे। इस दौरान एक मादा भालू, जो अपने दो शावकों के साथ थी, ने अचानक उन पर हमला कर दिया। मादा भालू की आक्रामकता के कारण राय सिंह को बचने का मौका नहीं मिला, और हमले में उनके सिर, हाथ और पैरों में गहरी चोटें आईं। भालू के हमले की आवाज सुनकर राय सिंह की पत्नी और बच्चे मौके पर पहुंचे और शोर मचाकर भालू को भगाने में कामयाब रहे, जिससे उनकी जान बच सकी।घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीणों ने तत्काल राय सिंह को जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के दौरान उनकी हालत गंभीर पाए जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफर कर दिया। उनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है।तेंदूपत्ता सीजन में बढ़ी चुनौतीतेंदूपत्ता संग्रहण का मौसम छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में आजीविका का एक प्रमुख स्रोत है, लेकिन यह समय वन्यजीवों और ग्रामीणों के बीच संघर्ष की घटनाओं को भी बढ़ावा देता है। दर्रापारा जंगल में हुई यह घटना इस बात का प्रमाण है कि तेंदूपत्ता संग्रहण के दौरान जंगल में जाने वाले ग्रामीणों को वन्यजीवों, खासकर भालुओं, से खतरा बना रहता है। मादा भालू अपने शावकों की सुरक्षा के लिए अक्सर आक्रामक हो जाती है, और इस तरह की घटनाएं अप्रत्याशित रूप से सामने आती हैं।वन विभाग की प्रतिक्रियाघटना के बाद वन विभाग ने तत्काल कार्रवाई शुरू की।

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