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छत्तीसगढ़

मॉडल आंगनबाड़ी के नाम पर लाखों का भ्रष्टाचार

नारायणपुर । नारायणपुर जिले के रावघाट लौह अयस्क परियोजना के प्रभावित गांवों के 22 आंगनबाड़ी को 15 – 15 लाख रूपए की लागत से माडल आंगनबाड़ी बनाने की योजना जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई जिसमे आंगनबाड़ी भवन को सर्व सुविधा युक्त बनाने के साथ ही रनिंग वाटर, पालना घर और बच्चो के मनोरंजन के लिए टीवी की व्यवस्था करना था । लेकिन माडल आंगनबाड़ी की योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया और माडल आंगनबाड़ी की योजना धरी की धरी रह गई । आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का कहना है कि ठेकेदार ने इतना घटिया काम किया है कि नवीन कार्य ही परेशानी का सबब बन गया है । आंगनबाड़ी के किचन में लगे टीन और शौचालय के दरवाजे तक को ठेकेदार ले गया ये कैसा माडल आंगनबाड़ी बनाया जा रहा है । ग्राम पंचायत सचिव ने कहा कि 15 लाख रुपए में तो नए भवन के निर्माण के साथ सभी सुविधा कर दी जाती लेकिन पंचायत के बिना जानकारी के कार्य करवा दिया गया । वही इस पूरे मामले पर जनपद पंचायत के सीईओ घनश्याम जांगड़े ने सर्व सुविधा से परिपूर्ण आंगनबाड़ी बनाने की बात कही और निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने की बात कहते हुए भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने नजर आए ।नारायणपुर जिले में रावघाट परियोजना की शुरुवात होने के बाद सीएसआर मद से करोड़ों रुपए खर्च कर जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित गांवों में विकास ही विकास करने के सपने गांव वालो को दिखाए गए लेकिन इन सपनों को भ्रष्टाचार की नजर लग गई और सपने सिर्फ सपने बनकर रह गए जिसको लेकर अब ग्रामीण अपने आप को ठगा हुआ महसूस करते नजर आ रहे है । ज्ञात हो कि नारायणपुर जिले रावघाट लौह अयस्क परियोजना के प्रभावित 12 गांव सहित समीप के 10 गांवों के आंगनबाड़ी को 3 करोड़ 30 लाख की लागत से माडल आंगनबाड़ी बनाने की योजना बनाई गई और उक्त कार्य ग्राम पंचायत को ना देकर जनपद पंचायत को एजेंसी बनाकर ठेकेदार को कार्य दे दिया गया। खोडग़ांव और परलभाट आंगनबाड़ी में जब कार्य शुरू हुआ तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सोचा था कि अब आंगनबाड़ी की समस्याओं का निदान हो जाएगा । आंगनबाड़ी में पेंट , टाइल्स और चित्रकला का कार्य किया गया वो भी गुणवत्तविहीन । टाइल्स जगह जगह से उखडऩे के कारण बच्चो को चोट लगने का भय हर समय बना रहता है । बच्चो का भोजन का निर्माण भी खुले आसमान के नीचे किया जा रहा है जो टीन की सीट लगी थी उसे भी ठेकेदार ले गया , बच्चो के लिए बना शौचालय उपयोग के लायक नही , रनिंग वाटर के नाम पर पाइप लाइन तो बिछाई गई पर पानी की व्यवस्था नहीं की गई । बाउंड्रीवॉल नही होने से हर समय बच्चो की सुरक्षा को लेकर भय बना रहता है । जिसकी जानकारी अधिकारियों को देने की बात आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कही । रावघाट लौह अयस्क परियोजना के प्रभावित गांवों के आंगनवाड़ी को माडल आंगनबाड़ी बनाने की जानकारी ग्राम पंचायत को नहीं है । जो कार्य आंगनबाड़ी में हुए है उसे देखकर खोडग़ांव के सचिव ने कहा कि 15 लाख में नए भवन का निर्माण कर सर्व सुविधा युक्त आंगनबाड़ी का निर्माण पंचायत द्वारा किया जाता लेकिन पंचायत को कार्य दिया ही नहीं गया। वही जनपद पंचायत के सीईओ घनश्याम जांगड़े ने बताया कि खनिज प्रभावित गांवों के आंगनबाड़ी को 15-15 लाख रुपए की लागत से माडल आंगनबाड़ी बनाया जाना है जिसमे आधुनिक सुविधा , भवन अपटूडेट , पानी , टीवी , खेलकूद के समान की व्यवस्था करना है । वही निर्माण कार्य गुणवताविहिन होने की बात पर कार्य निर्माणाधीन होने की बात कहकर हुए भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने नजर आए ।

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