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छत्तीसगढ़

धूमधाम से मना भगवान परशुराम का जन्मोत्सव

खरसिया । भगवान विष्णु के छठे अवतार और विप्रों के अराध्य देव भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव आयोजन समिति द्वारा नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में शामिल बच्चे और महिला-पुरुष हाथों में निशान लेकर लगातार जय-जय परशुराम के गगनभेदी उद्घोष कर रहे थे। उनमें इतना अधिक उत्साह था कि बारिश होने के बाद भी उनके कदम नहीं रुके और रिमझिम फुहारों के बीच वे और जोश खरोश के साथ नारे लगाते हुए शोभायात्रा में चार चांद लगा दिए। अंत में महाआरती के पश्चात भण्डारे का आयोजन भी किया गया, जिसमे हजारों हजारों की संख्या में भक्तगणों ने प्रसाद ग्रहण किया।
आकर्षण के केंद्र रहे भगवान परशुराम का रूप धारण किए प्रशांत शर्मा-उपरोक्त कार्यक्रम की तैयारी में भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव आयोजन समिति के सदस्य लगे हुए थे। समिति द्वारा शोभायात्रा में शामिल होने के लिए पूरे अंचल के ब्राह्मण परिवारों सहित सर्व समाज के लोगों को भी आमंत्रित किया था। शोभायात्रा 22 अप्रैल शनिवार को शाम 5 बजे पुरानी बस्ती हनुमान चौक स्थित श्री हनुमान मंदिर परिसर से बजरंगबली की पूजा अर्चना कर प्रारम्भ हुई। शोभायात्रा में सर्वप्रथम विशेष रूप से मंगाए गए महिला कर्मा नर्तकों की टोली थी। उसके बाद पुरुष भक्तगण चल रहे थे। उनके पीछे डीजे साउंड सिस्टम था। जिसमें चल रहे भक्ति भरे गीतों पर थिरकते बच्चों और महिलाओं की टोली जो सैकड़ों की संख्या में थे। अंत में एक सुसज्जित वाहन पर प्रशांत शर्मा (डेडेन) भगवान परशुराम का रूप धारण किये हुए विराजमान थे। जो पूरे शोभायात्रा में आकर्षण का केंद्र बने रहे।
शोभायात्रा के आरम्भ होते ही सर्वप्रथम मुस्लिम जमात के लोगों ने शर्बत पिलाकर सबका स्वागत किया। इसके पश्चात नगर पालिका द्वार के सामने भक्तों को राधाकृष्ण मन्दिर समिति द्वारा शर्बत और जीएम रोड लाइंस द्वारा फलों से निर्मित शर्बत पिलाया गया। इसके बाद शोभायात्रा सुभाष चौक पहुंची जहां पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा सभी को आइसक्रीम और शीतल पेय भेंटकर शोभायात्रा का स्वागत किया गया। वहाँ से आगे बढ़कर शोभायात्रा स्टेशन रोड से स्टेशन चौक होते हुए भगवान परशुराम प्रतिमा स्थल पहुंची। जहाँ सभी ने भगवान परशुराम जी के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनका आशीर्वाद लिया। यहाँ पहुंचते ही भक्तगण इतने उत्साहित हो गए कि लगातार आधे घण्टे तक वहाँ जय श्री राम और जय-जय परशुराम के गगनभेदी नारे लगते रहे। इस दौरान वहाँ का माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो गया था। पूजा-अर्चना पश्चात शोभायात्रा पुलिस चौकी होते हुए विश्राम गृह के पास पहुंची जहां एक बार फिर से जीएम रोड लाइंस द्वारा फ्रूटी, लीची जूस आदि भेंट किया। वहाँ से निकलकर शोभायात्रा शासकीय चिकित्सालय होते हुए वापस श्री हनुमान मंदिर परिसर पहुंची जहां हनुमान जी और परशुराम जी की महाआरती की गई। आरती के बाद भोग भण्डारा का आयोजन किया गया, जिसमें बारिश के बावजूद सर्व समाज के हजारों लोगों ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान पूरे समय तक अंचल के ब्राह्मण समाज के विप्रवर सपरिवार उपस्थित रहे, साथ ही सर्वसमाज के अनेक गणमान्य नागरिक, जनप्रतिधि आदि की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।
सिद्धांत शर्मा (विक्की) सहित समाजसेवी संस्थाओं का किया गया सम्मान-इस अवसर पर भगवान परशुराम जन्मोत्सव आयोजन समिति ने धर्म, गौसेवा, सामाजिक कार्य और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले कुछ विशिष्ट जनों को स्मृति चिन्ह प्रदानकर सम्मानित भी किया गया। इनमें धर्म के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए श्री राम जानकी मंदिर के पुजारी संत त्रिवेणी दास महराज, गौसेवा के क्षेत्र में अंचल के जाने माने गौसेवक राकेश केशरवानी, शिक्षा में क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पिछले वर्ष कक्षा दसवीं की मेरिट सूची में पांचवा स्थान अर्जित करने वाली नगर की होनहार छात्रा कु. नेहा तिवारी, समाजसेवा के क्षेत्र में समूचे छत्तीसगढ़ में अपनी एक अलग पहचान बना चुके हेल्पिंग हैंड्स क्लब की टीम और लगातार कई वर्षों से राम जन्मोत्सव के अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले युवा सिद्धांत शर्मा (विक्की) को वरिष्ठ विप्रजनों के हाथों स्मृति चिन्ह भेंटकर सबका सम्मान किया गया।

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