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छत्तीसगढ़

सांकरा पुलिया नही बनने से राहगीरो की बढ़ी मुश्किले

राजिम/पाण्डुका । ये बरसात का पानी नहीं पर यहां 12 महीने भरा रहता है । ये हाल है सांकरा और ,तौरेंगा ग्राम के बीच में बने जतमई मार्ग के एक पुलिया का जिसमें 12 माह इस तरह का पानी भरा रहता है । गिरते पड़ते राहगीरों को बहुत परेशानी होती है। खासकर मोटरसाइकिल सवार लोग इसमें धोखा खा जाते हैं क्योंकि घुटने तक भरे पानी और बीच में टूटे हुए सीसी रोड जो मैट मैले पानी में दिखाई नही पड़ते और बड़े बड़े गड्ढे लोगों को समझ नहीं आता और गिर पड़ते है।बता दें कि पांडुका से लेकर मुडागांव तक सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है जिसमें बीते लगभग 4 सालो में पांडुका से सांकरा और कमार पारा पीपर छेड़ी से मुडागाव तक ही हो पाया है ।और उसमे भी कुछ कुछ जगह।आधे अधूरे है ।तथा लगभग 4 सालों से यह काम कछुआ गति से चल रहा है ।आने जाने राहगीर इस कछुआ गति से चल रहे इस कार्य को देख देख कर बोर हो चुके हैं ।जिससे आने जाने वाले को परेशानी का सबब बना हुआ है क्योंकि जतमई मंदिर मार्ग बहुत ही जर्जर हो गया जगह जगह सड़क टूट गया है।और गिट्टी बाहर निकल गया है । नया सड़क बनने के चक्कर में इसका रेपरिंग भी नही हो रहा जिससे राहगीर गिर पड़ रहे है और दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं । सड़क बनने से पुलिया भी जल्दी बन जायेगा ऐसा सोचे थे लोग की सुविधा मिल जाएगी पर ऐसा हु वा नही । ठेका का काम रायपुर एक कंपनी को।मिला है जो छत्तीसगढ़ शासन के वन मंत्री व कैबिनेट मंत्री का भाई बताया जाता है। साथ ही जहा सड़क बन गया है ।वहा कुछ किसानों के खेतों में जगह-जगह मुरूम बह कर पड़ा है जो किसानों के लिए सिरदर्द बना हुआ है जिससे किसानों का नुकसान हो ही रहा है हर साल मुरूम अपने खेत से हटाते हटाते थक चुके इस प्रकार ये पुलिया परेशानी का सबब बना हुआ है ।निर्माण एजेंसी चाहते तो यहां दो,तीन ट्रिप मुरूम डालकर इसे ठीक कर सकता था या फिर इस पुलिया को जल्द ही बना कर । पर यहा़ वैकल्पिक व्यवस्था भी बनाने में निर्माण एजेंसी पूरी तरह फेल साबित हुई । जिस कारण आने जाने वाले राहगीरों को खासा परेशानी हो रहा है।खासकर वे लोग जो हर रोज इस चुनौती का सामना करते है।

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