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छत्तीसगढ़

कई लोगों की मौत के बाद खुली जिला प्रशासन की नींद

भिलाई । रायपुर से दुर्ग के बीच बन रहे फ्लाईओवर को लेकर जिला प्रशासन अब नींद से जाग चुका है पिछले 3 सालों में अब तक सैकड़ों मौत हो चुकी है 500 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं लेकिन उसके बाद भी जिला प्रशासन का सुस्त रवैया बरकरार है आज सुबह ही एक नींबू बेचने वाले व्यापारी को तेज रफ्तार से आती ट्रक ने अपनी जद में ले लिया नींबू व्यापारी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जिसके बाद अब जिला कलेक्टर पुष्पेंद्र सिंह मीणा मौके पर मुआयना करने पहुंचे तो वहीं उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगाई पिछले 1 सा से लगातार दुर्ग जिले में सड़क हादसे हो रहे है जिससे पिछले 6 महीने में ही अब तक 11 लोगो ने अपनी जान गवां दी है लगातार हो रहे हादसों के बाद अब जिला प्रशासन की नींद खुली है यातायात पुलिस नगर निगम के कर्मचारी और जिला प्रशासन के कर्मचारियों ने हादसे वाली जगह पर डेंजर पॉइंट जाकर निरीक्षण किया है यदि आप रायपुर से दुर्ग सड़क मार्ग से आना चाहते है तो आपको महज 40 किलोमीटर के सफर के लिए घण्टो लगते है नेशनल हाई वे 6 में घण्टो जाम की स्थिति बनी रहती है 40 फिट चौड़ी सड़क अब मात्र 6 फिट की रह गई है जिसके कारण रोजाना हादसो में लोगो की मौत भी हो रही है लगातार हो रहे सड़क हादसों के अब जिला प्रशासन की नींद खुली है दुर्ग से रायपुर के बीच लंबे समय से 4 फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य चल रहा है जिसे चलते लगभग 4 साल हो रहे है लेकिन अब तक काम अधूरा ही है धीमी गति से काम चलने के कारण रोजाना आम जनता दुर्घटना का शिकार हो रही है हादसों के बाद समय-समय पर जिला प्रशासन के अधिकारी दिखावे के लिए हाईवे का मुआयना करते हैं लेकिन स्थिति जस की तस बनी रहती है आज सुबह फिर एक दुर्घटना हुई जिसमें एक बुजुर्ग नींबू व्यापारी ने अपनी जान गवा दी जिला प्रशासन के अधिकारी फिर कुंभकरण की नींद से जागे और मुआयना करने पहुंच गए उनके साथ परिवहन विभाग,पुलिस विभाग,नगर निगम सहित सेतु विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान पाया गया कि वर्तमान में 4 फ्लाईओवर का निर्माण कार्य प्रगति पर है फ्लाई ओवर के निर्माण से पहले रायपुर से भिलाई की तरफ की सड़क की लेन 13 मीटर चौड़ी थी फ्लाई ओवर बनाने के दौरान अधिकारियों ने जो सर्विस रोड बनाई है वह मात्र 5 मीटर चौड़ी है वाहनों की क्षमता से काफी कम चौड़ी जिसके कारण हादसे हो रहे हैं आपको बता दे कि नवीनतम मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 135 के तहत सड़क दुर्घटनाओं के कारण की जांच के लिए सभी जिलों में सुंक्त रूप से एक कमेटी बनी है इस कमेटी में आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस और एनएच के अधिकारी शामिल होते हैं। तीनों विभाग के अधिकारी व इंजीनियर दुर्घटना स्थल पर जाकर संयुक्त रूप से निरीक्षण करते हैं और दुर्घटना के कारण का पता लगाते हैं और उस कमी को दूर किए जाने को लेकर रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजते हैं बहरहाल लगातार हो रहे हादसों के बाद अब जिला प्रशासन ने रिपोर्ट तो तैयार की है लेकिन अब हादसे कब रुकेंगे ।

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