मुख्य सड़क पर लग रही मटन,मछली की 7 दुकानों को नपा ने किया सील
सुकमा । सुकमा नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत मुख्य सड़क पर लग रहे मास मछली क़े दुकानों पर कार्रवाई करते हुए सील किया गया। वहीं पूर्व में ही इन दुकानदारों को नगर पालिका के द्वारा नोटिस जारी कर दुकान शिफ्ट करने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन यह सभी दुकानदार दुकान शिफ्ट नहीं किए थे, जिसको लेकर रविवार की सुबह नगरपालिका अधिकारियों के द्वारा कार्रवाई करते हुए 7 दुकानों क़ो सील कर दिया। इस दौरान नगर पालिका के कर्मचारी एवं पुलिस के जवान मौजूद थे।
पुराना बाजार में लगता था मटन मार्केट
नगर पालिका के द्वारा पुराना बाजार में मटन मार्केट के लिए जगह आरक्षित की गई है, लेकिन उक्त स्थल पर मटन मार्केट का संचालन न करके नगर के मुख्य सड़क पर ही मटन मार्केट लगाए जाने के खिलाफ नाराज लोगों ने मुख्य सड़क से मटन मार्केट हटाने की लेकर पूर्व में ज्ञापन सौंप कर दुकानों क़ो हटाने की मांग की थी। जिसके बाद नगर पालिका ने संबंधित दुकानदारों को पुराने बाजार स्थित मटन मार्केट में दुकान संचालन करने की हवला दिया गया था। उसके बाद भी मटन मार्केट का संचालन मुख्य सड़क पर हो रहा था जिसके खिलाफ नगर पालिका ने कार्रवाई की।
लंबे समय से दुकानों पर हटाने की थी मांग
मुख्य सड़क पर लग रही दुकानों दुकानों को हटाने की मांग लंबे समय से नगर वासी कर रहे थे जिसको लेकर पूर्व में भी कई बार ज्ञापन सौपा जा चुका था। बीते दिनों दिए ज्ञापन में मुख्य सड़क पर लग रहा है दुकानों को हटाने की मांग की गई थी जिसके बाद नगर पालिका के द्वारा कार्रवाई करते हुए उक्त दुकानों पर कार्रवाई शुरू की गई है वहीं नगर पालिका का कहना है कि आवंटित मटन मार्केट में शिफ्ट नहीं होता तब तक कार्रवाई जारी रहेगी और दुकानदारों को चेतावनी दिया गया है की मुख्य सड़क पर मटन दुकान का संचालन बिल्कुल ना करें।
बस स्टैंड में भी हुई कार्रवाई
नगर पालिका के द्वारा बीते दिनों कार्रवाई करते हुए बस स्टैंड से पान ठेला को हटाने की कार्रवाई की गई थी लेकिन इसमें से एक दो पान ठेला पुन: चालू कर दिया गया था जिसको लेकर नगर पालिका ने कार्रवाई करते हुए इन दुकानों को फिर से हटाया गया। यह पान ठेला संचालक लंबे समय से बस स्टैंड परिसर में ही पान ठेला लगाकर अपनी रोजी-रोटी चल रहे थे ऐसे में इन दुकानदारों पर बार-बार कार्रवाई करने से अब इनका मानसिक एवं आर्थिक रूप से यह काफी परेशान हो रहे हैं उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है जिसके कारण से यह लोग आए दिन नगर पालिका के कार्रवाई के शिकार होते है।