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छत्तीसगढ़

शिक्षित समाज ही बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकता है : योगेश्वर

महासमुंद । अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन डाइट महासमुंद में किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि योगेश्वर राजू सिन्हा विधायक महासमुंद, अध्यक्षता श्री लक्ष्मण पटेल उपाध्यक्ष जिला पंचायत एवं विशेष अतिथि के रूप में राशि त्रिभुवन महिलांग अध्यक्ष नगर पालिका महासमुंद, माननीय श्री प्रदीप चंद्राकर जिला महामंत्री भाजपा , श्री नीरज परोहा, सुश्री सोनम जी, श्री कमल नारायण चंद्राकर डीएमसी, श्री डी एन जांगड़े , श्रीमती सम्पा बोस मैडम ए पी सी, श्रीमती उमा देवी शर्मा प्राचार्य प्रतिनिधि डाइट, श्री कमलेश पांडे, श्री किरण कन्नौजे, श्री टेकराम सेन व्याख्यातागण डाइट, श्री रमता डे सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी बागबाहरा अतिथि मंच पर विराजमान रहे।
कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ मां भगवती सरस्वती के पूजन वंदन और चरणों में आशीर्वाद के पश्चात किया गया । डाइट के छात्र अध्यापकों के द्वारा स्वागत गीत , नृत्य एवं नाटक का प्रदर्शन करते हुए साक्षर भारत एवम उल्लास कार्यक्रम के संबंध में रोचक जानकारियां प्रदान की गई। मंचासीन अतिथियों के द्वारा अपने उद्बोधन उल्लास कार्यक्रम व साक्षरता के संबंध में बहुत ही विस्तृत जानकारी प्रदान की गई जिसमें कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे माननीय लक्ष्मण पटेल जिला पंचायत उपाध्यक्ष व सभापति के द्वारा साक्षरता से जीवन जीने की कला व उपयोगिता के संबंध में जानकारी प्रदान किया गया। मुख्य अतिथि माननीय विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा जी ने बताया की एक शिक्षित समाज ही बेहतर भविष्य और भावी पीढ़ी का निर्माण सुनियोजित ढंग से कर सकता है और हमारा महासमुंद जिला इस दिशा में पूरे प्रदेश पर अग्रणी है। धन को बांटा जा सकता है, लेकिन ज्ञान को नहीं। ज्ञान एक ऐसी चीज है जो आपके पास जितनी अधिक होगी, उतनी ही अधिक आप दूसरों के साथ बांटने में सक्षम होंगे। यह कथन हमें ज्ञान के महत्व को समझने और ज्ञान को दूसरों के साथ बांटने के लिए प्रेरित करता है। ज्ञान को बांटने से हम न केवल दूसरों की मदद कर सकते हैं, बल्कि हमारे अपने ज्ञान में भी वृद्धि होती है।इसलिए, हमें ज्ञान को बांटने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए और ज्ञान के महत्व को समझना चाहिए। कार्यक्रम को माननीय श्रीमती राशि त्रिभुवन महिलांग, माननीय श्री प्रदीप चंद्राकर ने भी संबोधित किया।उल्लास शपथ दिलाते हुए उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयं सेवी शिक्षक, संकुल समन्वयक, ग्राम प्रभारी, अनुदेशक, वार्ड प्रभारी, नारा लेखक, उल्लास टीएलएम बनाने वाले, 200 घंटा पढ़ाई करने वाले, असाक्षरों को पढ़ाई करने में सहयोग करने हेतु प्रेरित करने वाले नवसाक्षर, उल्लास पर केंद्रित गीत, नृत्य, चित्रकला, मेहंदी, रंगोली, पोस्टर बनाने वालो का सम्मान प्रमाण पत्र देकर किया गया। राज्य के कार्यक्रम में महासमुंद जिले के नव साक्षर श्रीमती शांतिबाई ठाकुर, श्रीमती शकुन चंद्राकर, स्वयंसेविक शिक्षक श्रीमती युक्ति सिंह राजपूत, श्रीमती संतोषी वर्मा को माननीय मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होने पर उन्हें मंच से प्रशंसा कर बधाई दी गई। कार्यक्रम का सफल मंच संचालन टेकराम सेन व्याख्याता डाइट एवं आभार प्रदर्शन सम्पा बोस मैडम ए पी सी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में जागेश्वर सिन्हा बीआरसीसी महासमुन्द, सुरेश पटेल समन्वयक बेलसोंडा, फनेन्द्र बंजारे लहंगर, रशीद कुरेशी सोरिद, राजू देवांगन पटेवा, गणेश टण्डन लोहारडीह, ललित किशोर बया शेर, टाकेश्वर साहू बेमचा, संकुल समन्वयकगण एवम केशव साहू का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर सभी विकासखंडो से आए हुए स्वयंसेवी शिक्षक ,ग्राम प्रभारी संकुल समन्वयकगण एवं डाइट के छात्र प्राध्यापको की उपस्थित सराहनी रही।

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