नई पाठ्यपुस्तकों से बच्चों को पढाऩे का शिक्षकों दिया जा रहा प्रशिक्षण
उतई । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा के अनुसार देश के कक्षा पहली से तीसरी तक के सभी बच्चों को सत्र 2026-27 तक बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान अर्थात शब्दो को समझ के साथ पढऩा और लिखना के साथ संख्यात्मकता अर्थात मूलभूत गणितीय संक्रियाओ में दक्ष करने के लिए निपुण भारत के अंतर्गत स्नरुहृ का मिशन चलाया जा रहा है। इस मिशन के अंतर्गत कक्षा पहली से तीसरी पढ़ाने वाले सभी शिक्षको को वर्तमान शिक्षा नीति एवं नवीन पाठ्यपुस्तको के उपयोग के माध्यम से शिक्षण देने के लिए राज्य के सभी जिलों में एवं सभी विकासखंड में प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है।
इसी के तारतम्य में विकासखंड पाटन में प्रशिक्षण के बीआरसीसी भवन के दो कक्षों में प्रशिक्षण आयोजित किया गया । जिसमें भाषा और गणित के शिक्षक संदर्शिका, अभ्यास पुस्तिका, पाठ्य पुस्तक में किस तरह से कार्य करना है इसे गतिविधियों द्वारा बताया गया।प्रशिक्षण उपरांत सभी प्रशिक्षार्थी शिक्षक आत्मविश्वास से लबरेज नजर आए एवं निपुण भारत स्नरुहृ के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोगी बनाने के लिए उत्साहित दिखाई दिए। जिसमें डीआरजी की भूमिका में महेन्द्र बहादुर, रेणुका वर्मा ,योगेश साहू, पितेन्द्र देवांगन, रामरतन मीणा एल एल एफ जिला प्रभारी , अनकेश्वर प्रसाद महिपाल एस आर जी ने प्रशिक्षण सम्पन्न किया।शिक्षको ने इस प्रशिक्षण में मुख्यत: निम्नलिखित विषयवस्तु का प्रशिक्षण प्राप्त किए जिनमे नई शिक्षा नीति 2020 का प्राथमिक शिक्षा के लिए लक्ष्य, ्रस्श्वक्र, हृ्रस्, क्कढ्ढस््र जैसे सर्वे एजेंसियों के लिए छात्रों को तैयार करना, मौखिक भाषा विकास,भाषा विकास के 4 ब्लॉक मॉडल, शिक्षक संदर्शिका, अभ्यास पुस्तिका तथा पाठ्य पुस्तिका के माध्यम से शिक्षण के तरीके, गणित शिक्षण के अप्रोच,गणित के 4 ब्लॉक मॉडल तथा उद्देश्य,लर्निंग आउटकम की समझ , आकलन व पुनरावृत्ति ,नवाजतन का उपयोग करना, बहुभाषा शिक्षण,जादुई पिटारा, पुस्तकालय आदि विषयों पर यह प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इस प्रशिक्षण में विकास खंड शिक्षा अधिकारी प्रदीप महिलांगे और विकास खंड स्त्रोत समन्वयक खिलावन चोपडिय़ा ने एफ एल एन मिशन को पाटन में बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने का संदेश दिया।