करोड़ों रामभक्तों के आस्था और कारसेवकों के संघर्ष का प्रतीक है राम मंदिर:भावना बोहरा
कवर्धा। अयोध्या में श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा होने के साथ ही एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी एक बड़ी गारंटी को पूरा कर देशवासियों के दिलों में एक विशेष जगह बनाई है। आज पूर्ण विधि विधान से अयोध्या में श्रीराम जी की प्रतिमा स्थापित करने के साथ ही 500 वर्षों से चले आ रहे राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा हो गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देशवासियों से इस दिन को विशेष उत्सव एवं दीपोत्सव के रूप में मनाने का आग्रह किया था जिसमें देशवासियों ने भी बड़ी जनभागीदारी निभाई। इसी कड़ी में पंडरिया विधानसभा में भी विभिन्न स्थानों में इस उत्सव को भव्य रूप से मनाया गया। जगह जगह आम जनता एवं सर्व समाज द्वारा आपसी सहयोग से रामलाल के आगमन पर जगह-जगह भंडारे, प्रसादी वितरण, कलश यात्रा एवं मंदिरों की साज-सज्जा से लकर हवन-पूजन का कार्यक्रम भी किया गया, दीपोत्सव मनाया गया जिसमें पंडरिया विधायक भावना बोहरा भी शामिल हुई और सभी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर की बधाई व शुभकामनाएं दी।
विधायक भावना बोहरा क्षेत्रवासियों तथा सर्वसमाज द्वारा विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित माँ महामाया मंन्दिर से कलश यात्रा, मल्लाह समाज के मन्दिर का स्थापना एवं कलशयात्रा, महामाया चौक में कारसेवकों का सम्मान, बड़े पुल हनुमान मंदिर एवं गांधी चौक में आरती, ग्राम सेन्हाभाठा मे राम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा, रणवीरपुर मे श्री राम मन्दिर में महाआरती एवं भंडारा कार्यक्रम व अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में सम्मिलित हुईं और सबको बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने क्षेत्रवासियों के साथ राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का लाइव कार्यक्रम भी देखा और कारसेवकों को सम्मानित भी किया।इस दौरान भावना बोहरा ने कहा कि आज का दिन मेरे साथ-साथ करोड़ों धर्म प्रेमियों और रामभक्तों के लिए बहुत ही अद्भुत, अलौकिक और अविस्मरणीय क्षण है। करोड़ों भारतवासियों के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम जी के भव्य-दिव्य और नव्य मंदिर का अयोध्या धाम में निर्माण होना रामराज्य की ओर बढ़ते भारत का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस खुशी को शब्दों में व्यक्त करना कठिन है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, परम पूजनीय सरसंघचालक श्री मोहन भागवत जी तथा समस्त पूज्य साधू संतों व धर्माचार्यों की उपस्थिति में पूरे विधि-विधान से श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा सम्पन्न होने से मन आनंदित भी है और भावुकताओं से भरा हुआ भी है। हजारों कारसेवकों तथा रामभक्तों की प्रतीक्षा आज पूर्ण हुई है। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल कृष्ण आडवानी जी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के संकल्पों एवं प्रभु श्रीराम जी के इस मंदिर के लिए सदियों से संघर्षरत रहे सभी कारसेवकों का और जिन्होंने बलिदान दिया है उनका आभार व्यक्त कर उन्हें नमन करती हूं। नए भारत के निर्माण में सांस्कृतिक पुनर्जागरण की अपनी कटिबद्धता को प्रमाणित करने वाले आदरणीय प्रधानमंत्री जी को अनेक साधुवाद जिनके अथक परिश्रम एवं दृढ़ संकल्प से आज हमें इस ऐतिहासिक व गौरवमयी क्षण को देखने का सौभाग्य मिला। भावना बोहरा ने आगे कहा कि पूरा भारत देश और विशेषकर माताओं-बहनों एवं नौजवानों में अद्भुत उत्साह व उमंग का वातावरण है। आज देश के कोने-कोने में 550 वर्षों के इस धैर्य और तपस्या के पूर्ण होने का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। मंदिरों में भव्य आरती, पूजा-पाठ, जगह जगह प्रसाद वितरण एवं भंडारा तथा शोभा यात्रा निकालकर हर व्यक्ति, वर्ग एवं समाज अपने अपने तरीके से रामजी के आगमन का उत्सव मनाया। घरों में राम ज्योति जलाकर अपने आराध्य प्रभु श्रीराम के आगमन को दीपोत्सव के रूप में मनाया गया, यह पहली बार होगा जब एक वर्ष में दो बार पूरे देशवासी दीपावली का त्योहार मनाएंगे। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के भी संकल्पों को नमन करती हूँ जिन्होंने 11 दिनों तक इस अनुष्ठान को किया, उसके बाद भी उनमें जरा भी उर्जा की कमी नहीं दिखाई दी, कार्यों का सुचारू रूप से सञ्चालन हुआ, अनुष्ठान के दौरान हर विधि-विधान को उन्होंने पूर्ण किया, अपने कर्तव्यों एवं कार्यों के प्रति उनका यही समर्पण भाव हम सभी करोड़ों कार्यकर्ताओं को प्रेरित, प्रोत्साहित करता है और अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए उर्जा प्रदान करता है। पण्डरिया नगर में विधायक भावना बोहरा ने क्षेत्रवासियों के साथ अयोध्या में मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव भाषण भी सुना। प्रधानमंत्री जी के भाषण के विषय में भावना बोहरा ने कहा कि आज देशवासियों को प्रधानमंत्री जी ने संबोधित करते हुए कहा कि “आज हमारे राम आ गए हैं। सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आ गए हैं। सदियों के अभूतपूर्व धैर्य, अनगिनत बलिदान, त्याग और तपस्या के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं।” यह कहते समय उनके मनोभाव और आँखों में मर्यादा पुरुषोत्तम राम के प्रति भक्तिभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी और साथ ही मन में यह संतोष भी था की करोड़ों रामभक्तों की आस्था के प्रति श्रीराम आज टेंट से निकलकर अपने नव्य-दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमन हो रहें हैं। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी ने अन्न का त्याग कर 11 दिनों का उपवास किया। ऐसा तपस्वी राष्ट्रीय नेता भारत को मिलना सामान्य बात नहीं है। यह हम सभी सवा सौ करोड़ देशवासियों के लिए गर्व की बात है। मैं आज इस उत्सव में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सम्मिलित होने वाले सभी लोगों का हृदय से आभार व्यक्त करती हूँ।