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छत्तीसगढ़

चौबेबांधा मिडिल स्कूल में पांच की जगह दो शिक्षक,बच्चों का भविष्य अंधकारमय

राजिम । शहर से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम चौबेबांधा के मिडिल स्कूल में शिक्षक नहीं होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो गई है। ऐसे में कैसे बच्चे अपने भविष्य को गढ़ेंगे, इस बात को लेकर पालक बालक दोनों चिंतित है लेकिन शिक्षा विभाग को कोई चिंता नहीं है। जून से स्कूल खुला है। 7 महीना पढ़ाई का गुजर चुके हैं अब मात्र ढाई से तीन माह ही बचा हुआ है। इतने कम समय में छात्र-छात्राएं अपने पढ़ाई कैसे कंप्लीट करेंगे, बड़ी प्रश्न खड़ी हो गई है। जानकारी के आधार पर मिडिल स्कूल में दर्ज संख्या छठवीं, सातवीं और आठवीं को मिलाकर कुल 90 है। तीन क्लास के आधार पर टोटल 18 पीरियड प्रतिदिन होना है। यहां मात्र दो शिक्षक पदस्थ है इनमें एक पुरुष शिक्षक तथा एक महिला शिक्षिक है। एक दिन में यह दोनों कैसे 18 क्लास लेंगे। प्रत्येक पीरियड में जाएंगे तब भी सिर्फ 12 परेड ही पढ़ पाएंगे बाकी के छ: छूट जाएगा। किसी भी परिस्थिति में संभव नहीं है। यहां कोई लिपिक भी नहीं है जो लिखा पढ़ी का काम करें। यह सारा काम भी इन दोनों शिक्षकों को ही करना है। शेड्यूल के अनुसार होना तो यहां पांच शिक्षक चाहिए था। परंतु दो शिक्षक से पूरा सत्र गुजरने वाला है और विभाग का इस और कोई ध्यान नहीं है। छात्र-छात्राएं रोशनी, चांदनी, श्रीकांत, राहुल इत्यादि ने पूछने पर बताया कि सर और मैडम दोनों पढ़ाते हैं बावजूद इसके कई पीरियड खाली रहता है जिसके कारण हमारे कोर्स अनकंप्लीट है। परीक्षा में हमारा नंबर कैसे आएगा।
हम क्या करेंगे, क्या लिखेंगे, इस बात को लेकर हमें चिंता है। पालक भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर परेशान हैं। शाला प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष लोचन निषाद ने बताया कि शिक्षकों की कमी को लेकर हमने पंचायत में बात रखी। लेकिन अभी तक कोई शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हो पाई है जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई बहुत प्रभावित है। इन्होंने बताया कि सरपंच और उप सरपंच दोनों ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को आवेदन लिखकर शिक्षक की मांग के लिए गए थे। क्या हुआ मुझे नहीं पता। जानकारी मिली है कि पिछली बार पदोन्नति हुआ तब विभाग के मातहत अधिकारियों ने शहर के आसपास के गांव के स्कूल का नाम छिपा दिया था जबकि यहां पहले से ही पद खाली है। नतीजन पदोन्नति में भी कोई शिक्षक की व्यवस्था नहीं हो पाई।
शहर से लगा हुआ है चौबेबांधा
राजिम शहर से चौबेबांधा की दूरी मात्र 2 किलोमीटर है जबकि जिला मुख्यालय की दूरी यहां से 43 किलोमीटर है। ब्लॉक मुख्यालय 19 किलोमीटर में स्थित है। शहर से लगे होने के बावजूद यहां की स्कूल की स्थिति शिक्षक विहीन है तो फिर दूरांचल के स्कूलों में पढ़ाई होती भी है कि नहीं होती है यह कह पाना मुश्किल है। इससे जिले में शिक्षा की व्यवस्था चरमराती हुई नजर आ रही है। लगता है अधिकारियों को स्कूलों में आकर निरीक्षण करने की फुर्सत नहीं है या फिर बताने के बाद भी शिक्षकों की व्यवस्था नहीं कर पाना विभाग के ऊपर सवालिया निशान लगाता है। शासन और सरकार अच्छी शिक्षा देने की ढिंढोरा पीटते हैं पर यहां तो स्थिति कुछ और हैसरपंच दुलीचंद आंड़े ने बताया कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को आवेदन दिए गए हैं लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है।इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने कहा कि शीघ्र शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी ताकि छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित न हो।ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रमेंद्र जोशी ने बताया कि संख्या के आधार पर चार शिक्षक होना चाहिए। संशोधन हुआ है शीघ्र व्यवस्था करेंगे। तीन क्लास है तो तीन शिक्षक जरूर देंगे।

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