एचआईवी वायरस से डरने के बजाय उसे फैलने से रोकने के हो उपाये:डॉ मिंज
पत्थलगांव । एच.आई.वी वायरस से डरने के बजाय उसे फैलने से रोकने का उपाय बेहद जरूरी है। विश्व एडस दिवस एच.आई.वी वायरस के संबंध मे पुख्ता जानकारी के साथ-साथ सुरक्षित यौन संबंध की जानकारी देने का दिन है। यह बातें विश्व एडस दिवस के मौके पर ब्लाक चिकित्सा अधिकारी डॉ जेम्स ंिमंज ने ए.जी हॉस्पिटल परिसर मे स्कूल,कॉलेज के सैकडो छात्र-छात्राओ को संबोधित करते हुये कही। दरअसल आज विश्व एडस दिवस के मौके पर लाखझार स्थित ए.जी हॉस्पिटल मे एक जागरूकता अभियान की शुरूवात की गयी,जिसमे सैकडो छात्र-छात्राओ ने रैली निकालकर लोगो को एच.आई.वी वायरस के फैलने की रोकथाम के संबंध मे जानकारी दी। डॉ जेम्स मिंज ने बताया कि एडस को लेकर समाज मे तरह-तरह की भ्रांतियां फैली हुयी है,दरअसल एडस एच.आई.वी वायरस का शरीर मे प्रवेश करने से फैलता है। उन्होने बताया कि एडस से व्यक्ति का इम्युन सिस्टम कमजोर हो जाता है। उनका कहना था कि 1 दिसंबर का दिन एडस की बिमारी से लोगो को जागरूक करने का दिन है। उन्होने बताया कि समाज मे इस बिमारी को लेकर कई टेबु है,जिसके कारण बिमारी से पीडित मरीज को शर्मिदंगी का सामना करना पडता है,परंतु इस बिमारी से जागरूकता ही बिमारी का विनाश कर सकती है। 1 दिसंबर का दिन एडस दिवस के रूप मे मनाकर तरह-तरह की भ्रांतियों को दूर करने का भी दिन है,ए.जी हॉस्पिटल के डायरेक्टर टिकेश्वर यादव ने बताया कि इस बिमारी से बचाव के अनेक तरीके चिकित्सा के क्षेत्र मे विकसित कर लिये है। बिमारी को लेकर समाज मे कई प्रकार के मिथक तथ्य भी सामने आते है,परंतु बिमारी से बचाव के तरीके टेस्ट एवं अपनी धारणा बदलकर वायरस का सामना करना ही बिमारी से बचने का कारगार उपाय है। उन्होने कहा कि सुरक्षित तरीके से किया गया यौन संबंध भी एडस से बचाव मे कारगार है।।
स्कूली छात्र-छात्राओ ने किया रक्तदान-:आज विश्व एडस दिवस के मौके पर ए.जी हॉस्पिटल लाखझार मे आयोजित जागरूकता कार्यशाला के दौरान डायरेक्टर टिकेश्वर यादव ने ब्लड डोनेट कैंप भी आयोजित किया था,जिसमे स्कूल के अलावा महाविद्यालय के सौ से भी अधिक छात्र-छात्राओ ने रक्तदान शिविर मे भाग लेकर आयोजन को सफल बनाया,इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ब्लाक चिकित्सा अधिकारी डॉ जेम्स मिंज,डॉ आशीष अग्रवाल,डॉ प्रवीण किंडो,बी.डब्लू शर्मा,आर.के.बर्मन,पवन वैष्णव,योगेश नायक,दिलेश्वर यादव,सोनिया साहू,विजय टांडे,सृष्टि महंत,विनिता एक्का, सुमती भगत,जितेन्द्र जीत एवं डॉ अजीत कुमार यादव का महत्वपूर्ण योगदान रहा।।