धनतेरस के त्यौहार पर धन की होगी वर्षा
पत्थलगांव। धनतेरस के त्यौहार को लेकर बाजार में काफी भीड़ बढ़ चुकी है,शुक्रवार को धनतेरस का त्यौहार रहने के कारण लोग जमकर सोने चांदी के आभूषण,बर्तन एवं ऑटो मोबाईल सेक्टर से जुडी वाहनो की खरीदी करेंगे। बाजार मे लंबे समय के बाद अब त्यौहार की रौनक दिखायी देने लगी है। कपडा से लेकर सोना चांदी, बर्तन,इलेक्ट्रानिक एवं ऑटोमोबाईल की दुकानो मे सबसे अधिक खरीदी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। धनतेरस पर अब समय के अनुसार मोबाईलो की भी जमकर खरीदी करते है,पुराने समय मे अक्सर धनतेरस के दिन सोना चांदी के सामान एवं बर्तन खरीदे जाते थे,कहा जाता था कि इन सामानो की खरीदी के साथ ही मां लक्ष्मी भी घर मे प्रवेश करती है,धनतेरस के दिन नये सामान खरीदने के साथ-साथ इस दिन का हिंदु रीति रिवाज के अनुसार एक महत्व और भी है। यहा के प्रमुख ज्योतिषाचार्य पं.आनंद शर्मा ने बताया कि धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ आयुर्वेद के देवता धनवंतरी,भगवान कुबेर एवं यम की भी पूजा की जाती है। उनका कहना था कि धनतेरस के दिन परिवार के सदस्यो की लंबी उम्र की कामना के लिए यम को दीप दान किया जाता है। उन्होने बताया कि धनतेरस का त्यौहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है,इस दिन दीप दान कर विशेष रूप से यम की पूजा की जाती है,जिससे परिवार के सदस्यो को आकस्मिक घटनाओ से बचाकर लंबी आयु मिल सके। उन्होने बताया कि इस वर्ष धनतेरस का त्यौहार पुण्यकाल 10 नवंबर 2023 की दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से शुरू होकर 11 नवंबर 2023 अपरांत 1 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगा,इसलिए उदयातिथी को ध्यान मे रखकर 10 नवंबर को संध्या 5 बजकर 45 मिनट से 8 बजकर 42 मिनट तक पूजा का शुभ मुहुर्त माना गया है।।
आटे का बनाये दीया-:पं.आनंद शर्मा ने बताया कि प्राचीन काल से धनतेरस के दिन यम के नाम से दीपदान किया जाता है,इस दिन यमराज के लिए आटे का चार मुंह वाला दीपक बनाकर रात के समय उसमे 4 बत्तियां और सरसो का तेल डालकर जलाया जाता है,इसे घर के मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा की ओर मुख कर रखना चाहिये। कहा जाता है कि यम का प्रवेश दक्षिण दिशा की ओर से ही होता है। दक्षिण दिशा की ओर घर के मुख्य द्वारा चार मुंह का दीपक देखकर यम प्रसन्न होते है और लंबी आयु प्रदान करते है।