छत्तीसगढ़

दसवीं बोर्ड परीक्षा में राज्य की मेरिट सूची में आने वाले विद्यार्थियों ने कलेक्टर से सौजन्य मुलाकात की

कवर्धा । कलेक्टर गोपाल वर्मा से आज छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल दसवीं बोर्ड परीक्षा में राज्य के मेरिट सूची में आने वाले विद्यार्थियों ने सौजन्य भेंट की। इस उपलब्धि पर कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं उनके माता-पिता और स्कूल के प्राचार्य एवं शिक्षकों को सम्मानित किया। कलेक्टर श्री वर्मा ने छात्रों को जिले का नाम गौरवान्वित करने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने टॉप-10 में शामिल विद्यार्थियों को भविष्य में उनके उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढऩे के लिए शासन एवं प्रशासन स्तर पर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य और आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा यह सफलता स्कूल के शिक्षकों, पालकों और विद्यार्थियों के मेहनत का परिणाम है। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों की मेहनत से टॉप-10 में जगह बनाने से अन्य विद्यार्थियों को आगे बढऩे के लिए प्रेरणा मिलेगी। ये विद्यार्थी उच्च शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ेगें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि मंजिल को पाने के लिए लक्ष्य पहले से ही निर्धारित कर लेना चाहिए और उसी के अनुरूप मेहनत कर सफलता प्राप्त कर सकते है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री अजय त्रिपाठी जिला शिक्षा अधिकारी श्री वाईडी साहू, सहायक संचालक एम. के गुप्ता, सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। कक्षा 10 वीं बोर्ड परीक्षा में सरस्वती शिशु मंदिर पांडातराई के छात्र जैनेन्द्र जायसवाल ने 98.67 प्रतिशत अंक अर्जित कर प्रदेश की टॉप टेन सूची में चौथा स्थान प्राप्त किया है जो जिले में सर्वाधिक है। वहीं, बीआरसी पब्लिक इंग्लिश मीडियम हायर सेकंडरी स्कूल, कुंडा के प्रिंसि चंद्राकर ने 98.33 प्रतिशत अंकों के साथ छठवां स्थान प्राप्त किया। इसी विद्यालय की मौली चंद्राकर ने भी 97.83 प्रतिशत अंक हासिल कर 9 वे स्थान में प्रवीण्य सूची में अपनी जगह सुनिश्चित की है।
कबीरधाम की प्रावीण्य सूची में आने वाली बेंटियां सीए और सिविल सर्विस में जाना चाहती है
कक्षा दसवीं बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में छठवा स्थान हासिल करने वाली बीआरसी पब्लिक इंग्लिश मीडियम हायर सेकंडरी स्कूल, कुंडा के प्रिंसि चंद्राकर ने बताया कि ग्यारहवीं कक्षा में वाणिज्य संकाय लेकर पडऩा चाहती है। उनका सपना सीए बनना है।
उन्होंने कहा कि शिक्षक और माता पिता ने सभी विषयों को पढ़ते हुए व्यवहारिक जीवन में उपयोगिता को बताया। जिससे पढ़ाई करना आसान हुआ। उन्होंने बताया कि स्कूल में शिक्षकां के मार्गदर्शन और माता-पिता से मिली प्रेरणा से सफलता मिली है। 9 वे स्थान में प्रवीण्य सूची में अपनी जगह सुनिश्चित करने वाली मौली चंद्राकर ने अपने माता पिता और शिक्षकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी के मार्गदर्शन में यह सफलता मिली है। हायर सेंकेण्डरी में विज्ञान संकाय से पडऩा चाहती है और भविष्य में सिविल सर्विस में अपना सेवा देना चाहती है।

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