आरटीई की राशि में बढ़ोतरी समेत आठ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा
महासमुंद । आठ सूत्रीय मांगों को लेकर आज जिले के निजी शिक्षण संस्थानों ने ब्लॉक स्तर पर धरना -प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला शिक्षाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। लोहिया चौक में आयोजित धरना -प्रदर्शन में महासमुंद जिला प्राइवेट स्कूल, मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष जी रावटे, उपाध्यक्ष मनोहर महंती, ब्लॉक अध्यक्ष माधवराव टांकसाले, सचिव सुरेश राणा,सह सचिव राकेश श्रीवास्तव,कोषाध्यक्ष आर के तिवारी, प्रदेश कार्यकारी सदस्य महेन्द्र जैन ने बताया कि पिछले 12 वर्षों से आरटीई की राशि में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। हमारी मांग है कि आरटीई की राशि प्राथमिक कक्षाओं में 7 हजार से 15 हजार, माध्यमिक कक्षाओं की 11,500 से बढ़ाकर 18 हजार व हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी की कक्षाओं में अधिकतम सीमा को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये तक किया जाए। साथ ही स्कूल बसों की खत्म होने की अवधि छत्तीसगढ़ में 12 वर्ष और देश के अधिकांश राज्यों में यह अवधि 15 वर्ष है । छत्तीसगढ़ में भी स्कूल बसों की अवधि 15 वर्ष किया जाये,निजी स्कूलों में पढऩे वाली बालिकाओं को भी सरस्वती साइकिल योजना का लाभ दिया जाए,आरटीई की रुकी हुई प्रतिपूर्ति राशि स्कूलों के खाते में अविलंब हस्तांतरित की जाए, निजी स्कूलों के सभी खातों को पीएफएमएस के अंतर्गत पंजीकृत किया जाए,गणवेश की राशि 540 रुपए से बढ़ाकर 2 हजार रुपए की जाए, निजी विद्यालय में अध्ययनरत अजा/अजजा/अपिव वर्ग के विद्यार्थियों को मिलने वाली प्री मैट्रिक एवं पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाई जाए और निजी स्कूलों के अध्यापकों को स्कूली शिक्षा में भर्ती पर बोनस अंक प्रदान किया जाए जैसे आत्मानंद के शिक्षकों को किया जा रहा है ।
मांगें पूरी न हुई तो राजधानी में 21 को बड़ा आंदोलन
उन्होंने बताया कि अनेक बार निवेदन के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। मजबूरन आज पूरे प्रदेश में प्राईवेट स्कूलों को बंद कर सभी ब्लॉक में एक दिवसीय धरना दिया जा रहा है। मांग पूरी न होने की स्थिति में 21 सितम्बर को राजधानी में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
धरना -प्रदर्शन के दौरान वेडनर मेमोरियल के फादर देवानंद, राम विद्या मंदिर के एचके हेमंत,द्रोण पब्लिक स्कूल पिथौरा के विकास डड़सेना, गुड शेफर्ड के एमके निवास राव आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।