सांसद और विधायक के खिलाफ खूब लगाए गए नारे , मांगों पर नहीं देते ध्यान
राजिम। फिगेंश्वर जनपद पंचायत क्षेत्र के तर्रा गांव के लोग अपनी बहुप्रतीक्षित सड़क बनाने की मांग को लेकर सैकड़ों महिला पुरुषों ने एकत्र होकर सुबह तकरीबन 11 बजे से नेशनल हाईवे 130 सी पर चक्का जाम कर जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने करीब तीन घंटे तक एनएच 130 सी को जाम रखा जिसके चलते आवागमन पूरी तरह बाधित रहा ग्रामीणों की एक सूत्रीय मांग है कि नेशनल हाईवे से उनके गांव तक पहुंच मार्ग को पक्की कर डामरीकरण किया जाए।चक्काजाम के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने शासन प्रशासन को घेरने के साथ ही स्थानीय विधायक और सांसद के खिलाफ नारे भी लगाए। ग्रामीणों का कहना है कि 65 साल पुराने रपटा नुमा मार्ग पर सड़क निर्माण की मांग को लेकर लम्बे अरसे से शासन प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाते रहे। इसके बावजूद जिम्मेदारों के नजरअंदाज किया। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने सुबह 10 बजे से नेशनल हाइवे में चक्काजाम करने बड़ी संख्या में पहुंच गए। खासकर महिलाओं की भीड़ ज्यादा रही। आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी करते हुए तकरीबन 11 बजे चक्काजाम कर दिया। शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते कलेक्टर को मौके पर बुलाए जाने की मांग करते रहे। करीब तीन घंटे के प्रदर्शन में कई बार मामला उग्र हुआ। लोग काफी हंगामा कर रहे थे। प्रशासन तक बात पहुंची। अंत में अपर कलेक्टर को भेजा गया।
बारिश के दिनों में होती है परेशानी
ग्रामीणों ने बताया कि इस कच्ची सड़क पर बारिश के दिनों में आवाजाही मुश्किल हो जाती है। खेत से घरों तक फसल को ले जाते समय वाहन आए दिन दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। पिछले 50 सालों से इस सड़क को पक्की किए जाने की मांग हो रही है। • ग्रामीणों ने बताया कि बार-बार मांग के बावजूद न विधायक सुनते हैं और न ही अफसर ध्यान देते हैं।
जमीन को निस्तारी बताना होगा
सड़क देखकर लौटे डिप्टी कलेक्टर अविनाश भोई ने बताया कि मांग की जाने वाली सड़क की लंबाई 1.7 किमी है। यह आम रास्ता नहीं है, बल्कि भू-स्वामी के कबे से होकर गुजरता है। पीडब्ल्यू ने पहले ही इसका प्रपोजल तैयार कर लिया था। सरपंच को बताया गया है कि पंचायत प्रस्ताव कर चिन्हांकित रकबा जहां से सड़क गुजरी है, उसे निस्तारी दर्शाया जाए।