छत्तीसगढ़

पूणीचंद्र बेहरा को शिक्षक रत्न समता अवार्ड

बीजापुर । राष्ट्रीय समता साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा आयोजित 15 वां राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि हरियाणा के प्रसिद्ध गायक एवं कलाकार वीर दहिया विशिष्ट अतिथि कर्नल पार्वती जागिड सुथार , सिस्टर ऑफ सोल्डर ,चेयरमैन, युथ पार्लियामेंट ऑफ इण्डिया, विश्वेन्द्र पासवान नेपाल के संविधान लेखक के उपस्थिति में मुख्य अतिथि कर कमलों से पूर्णचंद बेहरा व्याख्याता स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आवापल्ली विकास खण्ड उसूर जिला बीजापुर को शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु दिनांक 21 मई 2023 शिक्षक रत्न समता अवार्ड से सम्मानित किया गया । श्री पूर्णचंद बेहरा सत्र 2011 से सुदुर वनांचल अतिसंवेदनशील क्षेत्र में पूरी निष्ठा से छात्र -छात्राओं को शिक्षा प्रदान कर रहें हैं । शिक्षा के क्षेत्र नवाचार,अध्ययन अध्यापन को अधिक रूचिकर बनाने के दृश्य- श्रव्य सामग्री का उपयोग करते हैं द्य छात्र -छात्राओं के प्रति समर्पित भाव कार्य करते हुए उनके चहुंमुखी विकास के उनके रूचि व दक्षता को समझ कर आगे की पढ़ाई हेतु मार्गदर्शन केरियर परामर्श देते हैं । शनिवार को स्वालंबन नशामुक्ति, युवा चेतना ,शाला सुरक्षा एवं व्यक्तिगत सुरक्षा , मेरा लक्ष्य और मेरा भविष्य मेरे हाथ, आदि बिन्दुओं परिचर्या एवं व्याख्यान के साथ छात्र छात्राओं को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
विद्यालय में लगातार अनुपस्थित छात्र छात्राओं के घर जाकर उनके पालकों एवं अभिभावकों से मिलकर समस्याओं को समझ कर विद्यालय आने हेतु प्रेरित करते हैं तथा प्राचार्य महोदय को समस्याओं से अवगत कराकर यथा संभव समस्याओं को दुर करते शाला त्यागी छात्रों को विद्यालय में लाने का कार्य करते हैं ।
अध्यापन कार्य के अतिरिक्त विद्यालय को सुसज्जित, सामग्रियों को व्यवस्थित ,परीक्षा प्रभार तथा अन्य विद्यालयीन कार्य एवं हरियर विद्यालय बनाने के लिए इनके नेतृत्व में सुंदर बगीचा बनाकर, प्रांगण में पौधारोपण वृक्षारोपण कर उनका देख रेख किया जाता हैद्य सास्कृतिक बौद्धिक प्रभारी के रूप में कार्य करते हुए छात्र छात्राऐं जिला स्तरीय राज्य स्तरीय कार्यक्रमों में भाग लेकर विद्यालय का परचम लहराते रहते हैं । ये संस्कृति के पोषक हैं विदित हो कि पद में आने से पहले रायगढ़ ,जशपुर, सरगुजा, जिले की पारंपरिक लोक संस्कृति का दृश्य श्रव्य दस्तावेज संकलन कर यू जी सी फैलोशिप का कार्य कर चुके हैं द्य छात्र छात्राओं में भी सृजनात्मक रचनात्मक कौशल विकास एवं निज संस्कृति को जानने समझने और सहेजने के उद्देश्य से त्योहारों पर या अवकाश पर गांव में बुजुर्गों से जानकारी लेकर उनपर लिखने हेतु प्रेरित व मार्गदर्शन करते हैं अपने कर्तव्य दायित्वों के कुशल निर्वहन हेतु ये पहले से समाज में एक आदर्श शिक्षक एवं सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते हैं द्य विकास खण्ड एवं जिला स्तर पर प्राय: स्त्रोत शिक्षक के रूप दायित्वों का निर्वहन करते हैं
इन्हें महाविद्यालय स्तर पर स्वामी विवेकानंद पुरस्कार, विद्यालय एवं विकास खण्ड स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान,राज्य स्तर पर- दलित साहित्य अकादमी धमतरी से जोगेन्द्र नाथ मंडल समता अवार्ड से सम्मानित किया गया है । आज अपने शिक्षक को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होते देख छात्र छात्राऐं गदगद हैं ।

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