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छत्तीसगढ़

8 सागौन व 12 नग हल्दू चिरान जब्त

देवभोग । बाड़ी में बढ़ई को सागौन लकड़ी का पलंग बनाना महंगा पड़ गया। सुचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाड़ी में दबिश देकर 8 नग सागौन चिरान के साथ 12 नग हल्दू चिरान जब्त किया। विभाग ने वन अपराध प्रकरण दजऱ् कर लकड़ी को देवभोग के वन विभाग परिसर लाकर जब्त कर लिया है।
मामले की ज्यादा जानकारी देते हुए इन्दागॉव वन परिक्षेत्र अधिकारी छबिलाल ध्रुव ने बताया कि मुखबिर से सुचना प्राप्त हुआ था कि नयापारा में एक ग्रामीण के बाड़ी में सागौन व अन्य लकड़ी रखा हुआ है। सुचना मिलने के बाद उपवनमंडलाधिकारी को अवगत करवाने के बाद उनसे मिले दिशा निर्देश के आधार पर मौके के लिए डिप्टी रेंजर दिनेशचंद्र पात्र के साथ वन कर्मचारियों को मौक़े के लिए रवाना किया गया। इस दौरान दिनेश ने रणनीति बनाकर बाड़ी में दबिश दी। टीम को देखकर पलंग बनाने का काम कर रहा बढ़ई भी हड़बड़ा गया । इस दौरान टीम ने पलंग बनाने वाले बढ़ई से पूछताछ की तो बढ़ई ने लकड़ी खुद का होना बताया। इस दौरान डिप्टी रेंजर ने कर्मचारियों के साथ पुरे बाड़ी में सर्च अभियान चलाया। टीम को इस दौरान 8 नग सागौन चिरान और 12 नग हल्दू चिरान मिला। टीम ने अधूरा बने पलंग को भी जब्त किया है। वहीं जब्त किये गए लकड़ी की क़ीमत टीम ने करीब 35 हजार रूपये आंका है। उक्त कार्रवाई में अमलीपदर के सहायक परीक्षेत्र अधिकारी बिम्बाधर यदु, माहुलकोट के वनरक्षक लम्बोदर सोरी, साहसखोल के वनरक्षक अजय चेलक, कोतराडोंगरी के वनरक्षक खिलेश नागरची, खरीपथरा के वनरक्षक खेत्रमोहन साहू और सुरक्षा श्रमिक अनिराम जाल की मुख्य भूमिका रही।

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