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बालोद। बालोद पुलिस द्वारा साइबर ठगी के नए तरीके से सावधान रहने जनता से की अपील की है। साइबर ठगी का एक नया तरीका है यूपीआई ने इस घोटाले का शिकार होने से बचने के लिए सुरक्षा सुझाव जारी किए है, इसमें ठग आम जन को कॉल मर्ज करने के लिए कहते है और अनजाने में उनके वन-टाइम पासवर्ड (ह्रञ्जक्क) साझा करने के लिए दुष्प्रेरित करते है, इसेसे ठग ट्रांजेक्शन को पूरा करके पैसे चुरा लेते है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा विकसित यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने अपने एक्स अकाउंट पर उपयोगकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा, साइबर ठग आपको ओटीपी बताने के लिए कॉल मर्जिंग का उपयोग कर रहे हैं। इसके झांसे में न आएं! सतर्क रहें और अपने पैसे की सुरक्षा करें।
कैसे करते है ठगी
ह्रञ्जक्क आपके पास दो तरीके से आ सकता है एक एसएमएस के द्वारा दूसरा कॉल के माध्यम से जिसे ओटीपी बाय काल कहते है, ऐसे काल को यदि आप रिसीव करते हो तो ओटीपी शेयर करते हो!
एक अनजान व्यक्ति के कॉल से घटना की शुरुआत होती है जो कहता है कि उसे आपके दोस्त से आपका फ़ोन नंबर मिला है। फिर ठग बताता है कि दोस्त किसी दूसरे नंबर से कॉल कर रहा है और आपसे कॉल को मर्ज करने के लिए कहता है। जो को ओटीपी काल होता है, एक बार कॉल मर्ज हो जाने के बाद, उपयोगकर्ता अनजाने में ओटीपी बता देता है। जैसे ही ओटीपी दिया जाता है, धोखेबाज़ लेन-देन पूरा कर लेते हैं और पीडि़त के खाते से का पैसा गायब हो जाता है।
क्या करे-क्या नही करें
कभी भी अज्ञात नंबरों के साथ कॉल मर्ज न करें, कॉल मर्ज करने के लिए कहे जाने पर हमेशा सतर्क रहें, विशेष रूप से अपरिचित स्रोतों से कॉल करने वाले की की पहचान कर लेवें, यदि कोई व्यक्ति आपके बैंक या किसी पहचान के व्यक्ति से जुड़े होने की बात कहता है, तो कोई भी कार्रवाई करने से पहले उसकी पहचान सत्यापित कर लेवें, यदि आपको काल के माध्यम से किसी ऐसे लेनदेन के लिए ओटीपी प्राप्त होता है, जिसे आपने शुरू नहीं किया है, तो तुरंत 1930 पर इसकी सूचना दें। 222. ष्4ड्ढद्गह्म्ष्ह्म्द्बद्वद्ग.द्दश1.द्बठ्ठ पर रिपोर्ट करें।