https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2024/03/1-2.jpg
छत्तीसगढ़

जर्जर हो चुके 42 साल पुराने साडा कॉम्पलेक्स को पालिका ने ढहाया

दंतेवाड़ा । जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा के बस स्टेंड स्थित जर्जर हो चुके साडा बिल्ंिडग को आखिरकर सही मौका देखकर पालिका अमला ने 24 घंटे के भीतर जमींदोज कर दिया। सोमवार रात से शुरू हुई भवन डिस्मेंटल की कारवाई मंगलवार देर रात को पूरा हुआ। बिल्डिंग तो गिर चुका है अब मौकाए स्थल से मलबा उठाने का कार्य द्रूत गति से चल रहा है उम्मीद है बुधवार शाम तक सारा मलबा भी उठा लिया जाएगा। जर्जर भवन को गिराये जाने से अब आसपास के दुकानदारों व आम लोगों लोगों ने राहत की सांस ली है क्योंकि अचानक से कभी भी इस भवन का मलबा गिरता रहता था जिससे अनहोनी की आशंका हमेशा बनी रहती थी।
गौरतलब है कि आज से करीब 42 साल पूर्व 1985-86 के दौरान बस स्टेंड एवं उसके चारों ओर काम्पलेक्स का निर्माण तब के विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण बैलाडिला नाम की एक प्राईवेट संस्था जिसे साडा कहा जाता था उसने बनवाया था। उक्त काम्पलेक्स के नीचे तल में जहां दुकानें संचालित होती थी वही उपर के भवन में कई वर्षो तक एलआईसी कार्यालय संचालित होता था। समय बीतता गया भवन की रिपेयरिंग नहीं किए जाने से भवन धीरे धीरे कमजोर होने लगा और समय समय पर इसका मलबा नीचे गिरने लगा जिसके बाद इस भवन का समय पूरा होने एवं इसे गिराये जाने की मांग भी उठने लगी। इन सबके बीच करीब डेढ वर्ष पूर्व पालिका ने भवन को दुकानदारों से खाली करवा लिया था और इसके चारों ओर लोहे की पाइप की घेराबंदी कर भवन को सुरक्षित कर दिया था। भवन के नीचे या आसपास किसी को भी जाने या दुकान लगाने की मनाही थी। पखवाडे भर के भीतर अंचल में बारिश शुरू होगा। बारिश के दौरान भवन से मलबा गिरने एवं भवन के धराशायी होने का खतरा था लिहाजा इसी को ध्यान में रखते हुए पालिका ने इसे बारिश पूर्व गिराने का फैसला लिया। मंगलवार को किसी मुददे को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने बस्तर बंद का आव्हान किया था। मंगलवार को दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय का मार्केट भी बंद था इसी का फायदा उठाते हुए सेामवार रात से ही पालिका ने जेसीबी लगाकर बिल्डिंग को धराशायी करने का कार्य शुरू कर दिया और रातों रात भवन आधे से ज्यादा गिरा दिया गया बाकी बची भवन को मंगलवार सुबह से गिराने का कार्य शुरू किया गया जो रात तक पूरा बिल्डिंग जमींदोज कर दिया गया। दुकानें बंद होने से किसी को भी भवन के मलबे अथवा धुल धक्कड से परेशानी नहीं हुई और भवन भी आसानी से गिरा दिया गया। जर्जर भवन के जमींदोज हो जाने से नगर के लोगों ने अथवा बस रुटेंड परिसर में दुकान संचालित करने वाले व्यापारियों ने भी राहत की सांस ली है । भवन के गिराये जाने के साथ ही अब डर और भय भी लोगों के अंदर से खत्म हो गया है। उक्त स्थल पर क्या पुन: काम्प्लेक्स का निर्माण होगा या नहीं यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। बता दें कि नया बस स्टेंड पातररास में प्रस्तावित है भूमि आबंटन की कार्यवाही प्रशासनिक स्तर पर चल रहा है जैसे ही विभागों से अप्रूवल पूर्ण हो जाएगा नया बस स्टेंड बनने का मार्ग भी प्रशस्त होगा और नगरवासियों को एक भव्य एवं विशालतम स्वरूप वाला नया बस स्टेंड देखने को मिलेगा। वर्तमान बस स्टेंड में जहां जर्जर भवन को गिराया गया है वहां पर फिर से काम्पलेक्स बनेगा या नहीं यह तो पालिका एवं जिला प्रशासन ही बता पाएगा फिलहाल देश में लोकसभा चुनाव चल रहा है आचार संहिता हटने के बाद ही इस पर कोई फैसला प्रशासनिक स्तर पर लिया जा सकेगा।

Related Articles

Back to top button