महिला सुरक्षा आज भी देश की सबसे बड़ी समस्या है:संगीता जैन
कवर्धा । रूप जीवन हॉस्पिटल की डायरेक्टर एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संगीता जैन ने विश्व महिला दिवस पर चर्चा करते हुए कहा की भारत देश एक परंपराओं का देश है जो अपनी परंपरा और संस्कृति को लेकर प्रसिद्ध है । यहां नारी को देवी का रूप मानकर सम्मान किया जाता है । उसे लक्ष्मी का रूप माना गया है । आज के आधुनिक समाज में नारी को भी पुरुष के बराबर माना गया है । फिर भी नारी सुरक्षा एक ऐसा क्षेत्र है जो आज भी हमारे देश की बड़ी समस्या है । भारत के बदलते युग के साथ साथ नारी को लेकर सोच भी काफी बदल गई है । आज की नारी हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ चल कर काम कर रही है ।शिक्षित होने के बाद भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है । नारी सुरक्षा के कानून और कायदे होते हुए भी उस पर अत्याचार होते रहते हैं ।घरेलू हिंसा सामाजिक संस्थानों पर नारी शोषण दहेज को लेकर कई प्रकार से उसे परेशान किया जाता है । बलात्कार जैसी घटनाओं में बढ़ोतरी देश और नारी दोनों के लिए एक सवाल है । देश के लिए कलंक है क्योंकि ऐसी घटनाएं बढ़ रही है । नारी आज अपने अपने घर कार्यक्षेत्र या राह पर भी सुरक्षित नहीं है । इसका एक कारण इंटरनेट का दुरुपयोग भी माना जा रहा है। फिल्मों में दिखाए गए उत्तेजित दृश्य ,सीरियल भी आज बलात्कार जैसी वारदातों को उकसाने वाले होते हैं। इंसान उस काल्पनिक दुनिया को वास्तविकता में जीना चाहता है । नारी सुरक्षा के लिए कई कानून है जिनसे इन सब वारदातों को रोकने के लिए भय उत्पन्न हो सकता है ।राष्ट्रीय महिला आयोग अधिनियम 1990 ,मुस्लिम स्त्री अधिनियम 1986 ,विवाहित महिला संपत्ति अधिनियम 1874 ,बाल विवाह अधिनियम 1929 ,हिंदू विधवा पुनर्विवाह अधिनियम 1856 ,सेक्सुअल हरासमेंट ओफ् वूमेन एक्ट वर्किंग प्लेस एक्ट 2013 ,कन्या भ्रूण हत्या निवारण अधिनियम 1870 , पॉक्सो एक्ट इत्यादि कानून बनाए गए हैं । इन कानूनों के साथ ही कभी भी ऐसी घटनाओं की आशंका होने पर ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे उन घटना को टाला जा सके । महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए जूडो कराटे जैसी आत्म रक्षक गतिविधियां सीखनी चाहिए । मोबाइल से महिला कहीं आने जाने से पहले परिवार के किसी सदस्य को सूचित कर सकती है । व्हाट्सएप पर लोकेशन भेज सकती है। पेपर स्प्रे को अपने पास रखना चाहिए ।हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत कॉल कर सकती है ।
महिलाएं अपने को कमजोर ना समझे ,अपना आत्मविश्वास बनाए रखें। अंत में सरकार चाहे जितने भी कानून बना ले लेकिन जब तक हर व्यक्ति के दिल में महिला के लिए सम्मान नहीं होगा तब तक महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को जड़ से समाप्त करना मुश्किल है ।