छत्तीसगढ़

कबाडिय़ों की निगाहें सड़कों पर लगे लोहे के सांकेतिक बोर्ड पर

राजिम । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और लोक निर्माण विभाग के द्वारा बनाए गए सड़कों का हाल पूरे जिले में बद से बदतर स्थिति में है साल भर तो साल भर बनाए हुए सड़के कुछ माह भी नहीं टीक पा रहे हैं और उखडऩे लगे हैं साथ ही उसमें लगे सांकेतिक बोर्ड भी धीरे-धीरे चोरी होने लगे हैं ऐसा ही एक नजारा पांडुका अंचल के ग्राम पंचायत गाड़ाघाट और खट्टी के बीच बने सड़क पर देखने को मिले लगभग आधा दर्जन से अधिक संकेतिक बोर्ड को उखाड़ कर फेंक दिया गया है और वह खेतों में लावारिस हालत में पड़े हैं और देखते ही देखते वह गायब हो जाएगा एक बार सड़क बनने के बाद विभाग के इंजीनियर ,एसडीओ और अभियंता सहित जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी ठेकेदारों के भरोसे सड़कों को छोड़कर नदारद हो जाते हैं और कार्यालय की शोभा बढ़ा रहे होते हैं। तो वही ठेकेदार भी खानापूर्ति के लिए सड़क मेंटेनेंस का कार्य में भारी गड़बड़ी करते है । सड़कों में साइड सोल्डर को ध्यान नहीं देते और मुरूम के जगह मिट्टी डालकर अपने कर्तव्य से इतिश्री कर लेते हैं फिगेंश्वर और छुरा विकासखण्ड में सड़कों की यही हालत है जगह-जगह गड्ढे और डामर उखडऩे लगे हैं जिम्मेदारों ने तो पूरी तरह आंखें मूंद ली है और फोन लगाने के बाद कोई फोन रिसीव नहीं करते ऐसे में सड़कों का हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं और जगह-जगह लगे सांकेतिक बोर्ड को भी असामाजिक तत्व उसे गिरा देते हैं और रात के अंधेरे में चोरी कर लेते हैं । इन दिनों कबाड़ी रात के अंधेरे में चोरी करने के फिराक में सांकेतिक बोर्डों को भी नहीं छोड़ रहे हैं ।इन सांकेतिक बोर्ड के कारण ही राहगीरों को आने जाने में जानकारी और सुविधा होती है खासकर सड़क पर मोड हो और वहां सांकेतिक बोर्ड ना हो तो बड़ी दुर्घटना हो जाती है पर खट्टी ,गाड़ाघाट के बीच में आधा दर्जन से ज्यादा संकेतिक बोर्ड को उखाड़ कर फेंक दिया गया है ।जो खेतो में पड़े विभाग के निर्माण कार्यों की शोभा बढ़ा रहे है । अब देखना होगा कि जिम्मेदार कितने अपने कर्तव्य को पूरा कर पाते या फिर हमेशा की तरह विभाग के उदासीन रवैए की वजह से आम नागरिकों वा राहगीरों को नुकसान उठाना पड़ेगा ।इस मार्ग को चौड़ीकरण करने पिछले 5 सालों से लोगों के द्वारा किया जा रहा है फिर भी न ही विभाग इस ओर ध्यान दें रहे हैं और न ही शासन प्रशासन गरियाबंद जिले जब से अलग होकर अस्तित्व में आया है तब से लेकर कुंडेलभाठा में जिले का एकलौता धान संग्रहण केन्द्र होने के चलते कुंडेल से मडवाडीह सड़क मार्ग पर भारी ट्रैफिक दबाव के चलते एवं रोड़ सिंगल होने के चलते सामने और पिछे से आने जाने वाले राहगीरों को साईड देने में भंयाकर समस्या होती है आये दिन लगातार कुछ न कुछ अनहोनी होता रहता है जिससे चालकों और राहगीरों के बीच हमेशा वाद विवाद होते रहते है लोगों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि जल्द ही इस मार्ग को चौड़ीकरण किया जाए कुंडेल से मडवाडीह सड़क मार्ग रिपेयरिंग नहीं होने से जगह जगह गड्ढे पड़ गये है पिछले समय नाममात्र दिखावे के लिए खानापूर्ति जरुर किए थे जहां गड्ढे हुए थे उसमें बगऱ किसी भी प्रकार से बिना खुदाई बिना बीएमडब्ल्यू के ऊपर डामर युक्त बजरी डालकर खानापूर्ति करने से ब्रेकर जैसे अपर डिपर हो गये है जबकि सड़कों पर हुए गड्ढे को लेवल मेंटेनेंस के साथ रिपेयरिंग करना था पर ऐसे नहीं होने से रात के समय आने जाने वाले राहगीरों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ रहा है

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